सुनो ना..
ये सर्द मौसम अब थोड़ा आशिक़ाना भी हो गया है....काले घने बादल इस तरह उमड़ घुमड़ कर आ रहे हैं , जैसे तुम्हारी यादें आती हैं...रह रह कर बिजली बिल्कुल तुम्हारे तरह कड़कते हुये डरा रही। है, और तुमसे ही डर कर मैं तुम्हारे ही आगोश मे सिमट जाना चाहती हूँ।
बारिश की बूँदों सराबोर कर दिया है इस । मिट्टी को और मिटटी से आती हुई सौंधी सौंधी खुशबू तुम्हारे यही कही मेरे आस पास होने का एहसास करा रही है । ये तुम्हारे होने का एहसास ये महक। मदहोश कर रहा है ।
इस बारिश की बूँदों ने तुम्हारे प्यार की तरह। मुझे सराबोर कर दिया है, और मैं दीवानों जैसे तुम्हारी उस पुरानी तस्वीर को जो सालों पहले हमने लिया था एक ऐसी ही सर्द रात में को एक टक निहार रही हूँ इसी उम्मीद में कि एक दिन तो ऐसा फिर से ज़रूर आएगा जब तुम मेरी बाँहों में होगे हमेशा के लिये।
#बस_यू_ही
ये सर्द मौसम अब थोड़ा आशिक़ाना भी हो गया है....काले घने बादल इस तरह उमड़ घुमड़ कर आ रहे हैं , जैसे तुम्हारी यादें आती हैं...रह रह कर बिजली बिल्कुल तुम्हारे तरह कड़कते हुये डरा रही। है, और तुमसे ही डर कर मैं तुम्हारे ही आगोश मे सिमट जाना चाहती हूँ।
बारिश की बूँदों सराबोर कर दिया है इस । मिट्टी को और मिटटी से आती हुई सौंधी सौंधी खुशबू तुम्हारे यही कही मेरे आस पास होने का एहसास करा रही है । ये तुम्हारे होने का एहसास ये महक। मदहोश कर रहा है ।
इस बारिश की बूँदों ने तुम्हारे प्यार की तरह। मुझे सराबोर कर दिया है, और मैं दीवानों जैसे तुम्हारी उस पुरानी तस्वीर को जो सालों पहले हमने लिया था एक ऐसी ही सर्द रात में को एक टक निहार रही हूँ इसी उम्मीद में कि एक दिन तो ऐसा फिर से ज़रूर आएगा जब तुम मेरी बाँहों में होगे हमेशा के लिये।
#बस_यू_ही