Saturday, 29 December 2012

dard se bhri

-दामिनी का अंत हीन दर्द  सिर्फ  दामिनी का नहीं था  आज भारत की बेटी का है ये वो दर्द है जिसे कोई बाहरी व्यक्ति  नहीं    उसके अपने ही पिता भाई चाचा मामा द्वारा दिया जा रहा है .....        कोई और शायद 

Tuesday, 25 December 2012

करोड़ों लोगों को

करोड़ों जिंदा लोगों को नहीं है पैरहन हासिल........
मगर मुर्दा ना कोई हमने अब तक बेकफ़न देखा.......
किसी भी बाग़ में अब प्यार की खुशबू नहीं " वैभव "......
यहाँ नफरत से झुलसा आज हमने हर चमन देखा ......