जल्द फैसला लेने वालों के लिए खुशखबरी है. एक शोध का दावा है कि जल्दी निर्णय लेने वाले लोग ज्यादा खुश रहते हैं बजाये उनके जो जिंदगी में अहम पड़ाव पर निर्णय के बारे में जूझते रहते हैं.
अध्ययनकर्ताओं को पता चला है कि ज्यादा देर से निर्णय लेने वाले ज्यादा दुखी और परेशान रहते हैं, जबकि तुरंत फैसला लेने वाले चिंतामुक्त तो रहते ही हैं बेहतर जिंदगी भी जीते हैं.
‘डेली मेल’ की खबरों के मुताबिक, अध्ययनकर्ताओं ने दो समूहों में बांटकर लोगों का अध्ययन किया. एक में ऐसे लोगों को रखा गया जो हर चीज को लेकर परेशान रहते हैं, जबकि दूसरे समूह में ऐसे लोग थे जो निर्णय लेने के प्रति शंकालु नहीं रहते.
उन्होंने दावा किया कि दुविधा की स्थिति में फंसे रहने वाले लोग ज्यादा परेशान रहते हैं. उनके अनिर्णय के कारण ‘सहयोगी’ यानि ‘गर्लफ्रैंड’ या ‘ब्ऑयफ्रेंड’ का साथ छूटने का डर से लेकर कैरियर पर असर और स्वास्थ्य को भी इससे नुकसान पहुंचता है.
शोध को लेकर प्रोफेसर जोएस एरीलिंगर ने कहा कि नौकरी के लिए आवेदन करने, साथी का चुनाव, घर खरीदने या ऐसे ही किसी अहम पड़ाव पर जल्द फैसला नहीं लेने वाले लोग अधिक ‘नर्वस’ रहते हैं.
No comments:
Post a Comment