Sunday, 23 August 2020

तुम्हारा नाम

 कुछ गहरा सा लिखने का दिल किया , 

मैनें  उसे "मुहब्बत " लिख दिया! 


कुछ ठहरा सा लिखना का दिल किया , 

मैनें उसे "दर्द'' लिख दिया! 


कुछ समन्दर सा लिखने का दिल किया , 

मैनें  उसे "ऑसू"  लिख दिया! 


कुछ बिखरता सा लिखने का दिल किया , 

मैनें  उसे  "जुदाई" लिख दिया! 


सुनो, जब दिल कहा जिन्दगी लिखूं है, 

मैनें तुम्हारा नाम लिख दिया! 



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