Thursday, 8 July 2021

Democracy 2019

Democracy 2019 
         डेमोक्रेसी हमारा मूवी के बैनर तले बनी एक बेहतरीन शार्ट मूवी है जिसका निर्देशन आदित्य अग्निहोत्री जी ने किया है।  मूवी डेमोक्रेसी में मुख्य भूमिका निभाई है सिद्धार्थ स्वामी जी (पिता),ऋतु डालमिया जी (माता),अजिंक्या मिश्रा जी (सोनू)और त्रयंबक शुक्ला जी (चिन्टू)। फिल्म में गीत संगीत दिया है गौतम केशवानी जी ने तथा पुनः आदित्य अग्निहोत्री जी व आशुतोष अग्निहोत्री जी ने मिलकर  स्क्रीनप्ले व संवाद लिखा है।
         फिल्म में सभी किरदारों के स्वाभाविक और जानदार अभिनय ने फिल्म में जान डाल दी हैं। फिल्म के शुरू में अजिंक्या मिश्रा जी और त्र्यंबक शुक्ला जी की बातचीत हो जिसमें वो अपना गुस्सा मिश्रित नाराज़गी ज़ाहिर कर रहे होते हैं कि जब खुद के मन की ही करनी होती है तो आखिर उनसे पूछा हि क्यों जाता है, या फिर डाइनिंग टेबल पर इस बार छुट्टियों में घुमने का लोकतांत्रिक प्रक्रिया से निर्णय करते पिता के किरदार में सिद्धार्थ स्वामी जी और उनकी पत्नी के भूमिका में ऋतु डालमिया जी के चेहरों के उतार चढ़ाव बच्चों की उत्सुकता हो या फिर सफर के दौरान बच्चों का आश्चर्य चकित होना और सिद्धार्थ जी का शान्त भाव से बच्चों को समझाना, किचन में खाना बनाते हुए या आखिर में अपनी हार देख तुनक कर उठती हुई ऋतु जी का अभिनय हो।
       गौतम केशवानी जी का गीत संगीत भी बढ़िया है।फिल्म के अन्त में लिया गया गीत "भाई कितने भेष बदला ले" कहानी में  पूरी तरह से फिट बैठता है।
        फिल्म में संवादों की अदायगी जितनी खूबसूरत है ,उतने ही बेहतरीन संवाद भी है वो चाहे शुरू में बच्चों की खीझने वाले हो, डाइनिंग टेबल पर के वार्तालाप हो, सफर के दौरान पूछे गए बच्चों के सवाल हो या फिर सिद्धार्थ स्वामी जी द्वारा दिए गए उनके जवाब।
     12 मिनट 56 सेकेंड की अवधि की मूवी में निर्देशक दिखाना चाहते हैं कि कैसे लोकतंत्र के नाम पर लम्बे चौड़े प्रोसेस निभाये जाते हैं, निर्णय भी लिया जाता हैं, उसके बाद बन्द दरवाजे के पीछे जा कर कैसे वो निर्णय बदल दिये जाते हैं और जनता मन मसोस कर मूकदर्शक बनी रह जाती हैं। कुशल निर्देशन का परिचय देते हुए आदित्य जी फिल्म अवधि में दर्शकों को बांधे रखने में और फिल्म को माध्यम बना कर, जो सन्देश देना चाहते थे उसमें पूर्णतः सफल रहे हैं।

No comments: