Friday, 17 September 2021

जिन्दगी : किश्तों में ना ‌जाया करो



उठो जागो और सफलता प्राप्ति से पूर्व मत रुको,
  जिंदगी का हर क्षण उम्मीदों से भरे रहो,
खुशियों के हर पल को बाहों में अपनी भरा करो,
आसमान से ऊंचे ख्वाब तुम देखा करो,
बुलन्द हौसलों से उड़ाने अपनी भरा करो,
गर गिर जाओ ठोकर से कभी तुम कभी,
दुगुनी हिम्मत से फिर खुद ही उठा करो।।

अपनी जिंदगी के हर एक पल में,
अपनी पूरी जिंदगी जी भर कर जिया करो,
अपनी बेशकिमती इस जीवन को यू 
किस्तों में मत जाया करो।।

कुछ पाने की चाह लिए,
अपना आज ना खोया करो,
जब भी जहां भी मिले जो भी खुशी ,
दोनों हाथों से फैला के 
दामन उनको बटोरा करो,
अपने बड़ों की तो सुनते ही हो,
कुछ अपने मन की भी किया करो,
क्या अपने क्या गैर,
लगा सभी को गले कभी कभी हंसा करो,
अपनी बेशकिमती इस जीवन को यू 
किस्तों में मत जाया करो।।

अपनी जिंदगी के हर एक पल में,
अपनी पूरी जिंदगी जी भर कर जिया करो,
अपनी बेशकिमती इस जीवन को यू 
किस्तों में मत जाया करो।।

भौतिकता की चाह लिए,
रिश्तों को मत खोया करो,
अपनेपन को साथ लिए 
अपनी भाषा,देश और
संस्कृतियों को सहेजा करो
जीवन जीने का हो अगर नशा,
हर घूंट जिन्दगी की पिया करो,
अपनी बेसकिमती इस जीवन को यू 
किस्तों में मत जाया करो।।

अपनी जिंदगी के हर एक पल में,
अपनी पूरी जिंदगी जी भर कर जिया करो,
अपनी बेशकिमती इस जीवन को यू 
किस्तों में मत जाया करो।।

आ जाये कभी जिन्दगी में 
जो गम के बादल कभी,
तुम हिम्मत मत हारा करो,
चाहे जितनी भी हो मुश्किलें,
तुम अपनी मुस्कान बिखेरा करो,
जब तक हैं ये जीवन सुधा
यूं ही हार कर वक्त से
जिंदगी का साथ ना छोड़ा करो,
अपनी बेशकिमती इस जीवन को यू 
किस्तों में मत जाया करो।।

अपनी जिंदगी के हर एक पल में,
अपनी पूरी जिंदगी जी भर कर जिया करो,
अपनी बेशकिमती इस जीवन को यू 
किस्तों में मत जाया करो।।

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