Tuesday, 28 September 2021

मेरी मन्नत हैं तू

मेरी मन्नत हैं तू

मेरी मन्नत है तू ,मेरी जन्नत है तू  ....
मेरे इस जीवन का बेशकिमती नज़राना है तू.....

मांगी थी हर दर पर जो दुआ,
उस दुआ कि तासीर हैं तू.....

देखा था जो हसीन ख्वाब ,
उस ख्वाब की ताबीर है तू....

मेरी की गई हर अरदास की नेमत है तू ,....

मेरे दिल की धड़कन है तू
मेरे इस जीवन की आखिरी सांसें भी तू..

मेरी धरती मेरा आकाश तू,
मेरी तो पूरी दुनिया भी है तू ...

तुझसे ही उम्मीदे मेरी , मेरी हर जीत की आगाज है तू ,

मेरा अस्तित्व है तू ,मेरी पहचान है तू...
मेरे होने का वजूद है तू....
मेरा ही तो एक हिस्सा हैं तू ....
मेरे बुढ़ापे का सहारा तू...

तेरी ही किलकारियों से रौशन है घर सारा...
गोद में जब आये तू स्वर्ग सा लगे ये जग सारा....
ममता से भरा आँचल है मेरा,....
नन्हे कदमों के ठुमक से गुलजार आंगन हैं मेरा...


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