अंगार आंख में
अंगार आंख में डाले मां,
बेटे के ऊपर चिल्लाई,
ऐ परम गधे के गधे पुत्र!
क्यों पूरी रोटी नहीं खाई?
खानी है क्या तुझे पिटाई??
ना खाना पीना ढंग से,
ना ही करें ढंग से काम कोई
ना जाने सीखें कहां से
सारे काम बेढ़ंगे....
पढाई लिखाई से तोड़ के नाता,
सिर्फ बदमाशियों से जोड़े नाता।
एक पल भी चैन से रहे नहीं खुद,
मेरी भी है नींद उड़ाता,
ऐ परम गधे के गधे पुत्र,
क्यों नहीं पूरी रोटी खानी!!!🙄
नीलम वन्दना
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