Thursday, 14 April 2022

शिव है शाम-भोर !

शिव अविनाशी ,
शिव अविकारी है
शिव अधिश्वर है 
शिव है अनेकात्मा।

शिव सौम्य हैं 
शिव साहस हैं ,
शिव सत्य हैं 
शिव है सनातन "

शिव शशिधर हैं
शिव गंगाधर है,
शिव जटाधर है,
शिव है जगत्व्यापी।

शिव  विश्वेश्वर है,
शिव गिरीश्वर है,
शिव महेश्वर है,
शिव है कैलाशवाशी।

शिव उठत है, 
शिव चलत है, 
शिव है शाम-भोर !
हर हर महादेव 🙏🏻

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