Wednesday, 16 March 2022

अबकी फाल्गुन

अबकी फाल्गुन

अबकी फाल्गुन खेलूं मैं होली,

मथुरा में खेलूं होली फूलों संग

कान्हा की भक्ति से महकेगा अंग

रास महारास ले, आई है टोली,

अबकी फाल्गुन खेलूं मैं होली,


अबकी फाल्गुन खेलूं मैं होली,

अयोध्या में खेलूं होली रंग गुलाल,

रघुवर के भक्ति से डूबा हो ताल।

सिया और लखन से मिले हमजोली,

अबकी फाल्गुन खेलूं मैं होली,


अबकी फाल्गुन खेलूं मैं होली,

अवध में खेलूंगी  होली सिंदूरी,

हनुमान के जैसी भक्ति में पूरी,

राम सीता हँसे कह देंगे भोली

अबकी फाल्गुन खेलूं मैं होली,


अबकी फाल्गुन खेलूं मैं होली,

काशी में खेलूं होली भस्म लगा,

भोले बाबा सी आसक्ति भगा,

शिवगण ने अब भाँग है घोली,

अबकी फाल्गुन खेलूं मैं होली,

नीलम वन्दना


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