तिरंगा
सुनो गौर से दुनिया वालों
तीन रंगों में रंगा तिरंगा
सारे जग से न्यारा है,
हमें हमारा तिरंगा
प्राणों से भी प्यारा है।
सबसे ऊपर रंग केसरिया
वीरों के बलिदान की कथा
सुनाता है,
ब्रिटिश हुकूमत को कैसे
देशभक्तों ने मार भगाया है।
स्वतंत्र हुआ है हिंदुस्तान,
इनकी भुजाओं के बल से ही
दुश्मन हरदम हमसे हारा है
सुनो गौर से दुनिया वालों
हमें हमारा तिरंगा
प्राणों से भी प्यारा है।
मध्य में स्थित श्वेत रंग
संदेशे यूं देता है
अमन चैन फ़ैलाये
सब मिलकर
प्रेम भावना बसे
प्रत्येक हृदय में
हम एक ऐसा वतन बनाये,
जहां सुख-दुःख में
एक दूजे का हम बने सहारा ।
सुनो गौर से दुनिया वालों
हमें हमारा तिरंगा
प्राणों से भी प्यारा है।
सबसे नीचे होता हरा रंग हैं
जो हरियाली को दर्शाता हैं।
उन्नति का पथ दिखलाता है
चीर धरा का सीना हलधर
विभिन्न फसल उगाता है,
सारे विश्व को देता अन्न
पशुओं को देता चारा है
सुनो गौर से दुनिया वालों
हमें हमारा तिरंगा
प्राणों से भी प्यारा है।
और श्वेत के मध्य 24 तिलियो वाला नीला चक्र
ज्ञान हमेशा यही है देता ,
साथ समय के चलो निरंतर
बढ़ते रहो सदा कहीं रुको नहीं
बिना परिश्रम कभी किसी का
सितारा यहां चमकता नहीं,
हमें हमारा तिरंगा
प्राणों से भी प्यारा है।
नीलम वन्दना
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